*जनवरी 2021
।।सरकारी घोषणा ।।
*भारत सरकार की ओर से प्रथम जनवरी 2021*को ही सर्बत्र पाबन्दी का फरमान* *मजबूरन जारी किया गया है* नए साल का जश्न जो वर्षो से सारी दुनियाँ मनाती रही है -अब वह आनंद उत्सव मौज मस्ती सब पर शख्त पहरा सरकार का लागू हो गया है भारत ही नही पूरे विश्व के सभ्रांत राष्ट्रों शहरों में यह प्रतिबंध
वहां की सरकारों द्वारा लागू किया गया है क्योंकि
*करोना का भय और दहशत विश्व भर में अभी समाप्त नही हुआ है* इसी लिए विश्व भर में-" नए साल जनवरी" का लुफ्त ठंढा पड़ रहा है इसके बावजूद विश्व के कुछेक शहरों में नए साल का जश्न अर्द्ध रात्रि में आतिशबाजी करने से नही चूकेंगे वे अपना नया साल मनायेगे ही क्योंकि नए साल का मनाने का जनून उनको मजबूर करेगा "
उनकी देखा देखी दूसरे देश भी जश्न जरूर मनाएंगे । कोरोना कोविड 19 पर
*मेरी भविष्यवाणी पर जिन कुछ लोगो को कुछ अटपटा लग रहा था अब उन्ही लोगो के मैसेज और फोन आते जा रहे हैं *गुरुजी आपकी भविष्यवाणी सच होती जा रही है*
अप्रैल - मई 2020 में जब विभिन्न समाचार पत्रों और इंटरव्यू , फेसबुक तथा स्टेटस से लोगो को कोरोना की जानकारी कराता रहा तब कुछ लोग बहुत हल्के से लिए थे प्रत्येक ने तब विषमय मुद्रा में कहा था -गुरुजी ! सच , पण्डित! जी आप एक बार फिर से विचार कीजिये न । क्या यह साल घर मे बिना ऑफ़िस गए बिताना पड़ेगा? हाँ ।
स्वीकारात्मक लहजे में मैंने हाँ कहा था, तब सब को यह विश्वाश ही नही हुआ था
यह प्रश्न तब मुझसे पूछा गया था जब हमारे देश के हमारे *प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी ने रात को 8 बजे यह घोषणा किये की" आप देशवासी अपने आप को खुद को कर्फ्यू की तरह घरों में कैद रहें, घर से अपना काम काज कीजिये दफ्तर, कल -कार खानों, में न जायें, व्यापारियों से अनुरोध करते हुए कोरोना का व्यापक बुरा असर की आशंका से प्रधान मंत्री जी ने कहा था अपने कर्मचारियों का वेतन न काटिये यदि असुविधा हो तो आधा वेतन ही दीजिये लेकिन किसी कर्मचारियों को काम से न हटाइये " *यह अनुरोध था भारत के प्रधान मंत्री का*।
तब मेरे चिर परिचितो का फोन आने शुरू होगया
मैन तब सबसे यही कहा था
*चैत्र नवरात्रि से लेकर श्रावणका त्योहार,दुर्गापूजा ,
दीपावली और अन्य मुख्य पर्व बड़ी कठिनाई से मनाना पड़ेगा यही नही होली तक कोरोना का भय व्याप्त रहेगा और बाद में आप लोगो ने पाया कैसे एक साल घर मे रहना पड़ा , देखा गया यही सब घटनाये बड़ी दिक्कतों से घटती गईं
अब उसी क्रम में नए वर्ष 2021 का आरम्भ भी हम सब लोग *कोरोना की छत्र छाया में बिताएंगे* नए साल की धूम धाम आतिशबाजी से दूर रहेंगे जो जीवन की सुरक्षा की दृष्टि से ठीक भी है जीवन बचा रहेगा तो बार बार नया साल मनाते रहेंगे
*ज्योतिष विद्या से भविष्य की जानकारी होती है* *यह हमारे ऋषिमुनियों की देन है*
*जिसके ज्ञान से आज हम ज्योतिषीगण समाज को एक दिशा देते हैं* ।
समाज की सेवा करना ही ज्योतिष विद्या का मूल मंत्र होता है जो ज्योतिषी इस सिद्धांत से भटके हुए हैं उनके लिए धन ही धर्म है तो
उनकी सेवा कहीं न कहीं प्रश्न वाचक चिन्ह के।.-
*पंडित ज्योतिर्माली* www.panditjyotirmalee.com