विश्व भर में कांग्रेस और उसकी सहयोगी मुस्लिम दलों की रूपरेखा बदलेंगी!
विश्वप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. मधुसूदन मिश्र ‘ज्योतिर्माली’ ने अपने ताज़ा ज्योतिषीय विश्लेषण में आने वाले समय में राजनीतिक समीकरणों में व्यापक बदलाव की भविष्यवाणी की है।
उनका कहना है कि—
> “कांग्रेस जैसी जितनी भी विचारधारात्मक रूप से समान दल हैं, वे सब धीरे-धीरे समुद्र की दिशा में मुड़ेंगी, अर्थात् उनका पतन निश्चित है।”
🔮 ज्योतिषीय दृष्टि से बदलाव की आहट
पं. ज्योतिर्माली का मानना है कि बीजेपी के आगमन से पहले देश की राजनीति पूरी तरह से परिवारवाद और स्वार्थ की जकड़ में थी।
उन्होंने कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भी राष्ट्र संघ संगठन की प्रशंसा करते हुए यह स्वीकार किया था कि—
> “यदि समय रहते नरेन्द्र मोदी जैसे नेता राजनीति में न आते, तो कांग्रेस का परिवारवाद भारत को नक़्शे से मिटा देता।”
प्रणव मुखर्जी, जो कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता रहे थे, सोनिया गांधी परिवार के कार्यशैली से क्षुब्ध थे। वे कांग्रेस के खानदान के “गुप्त रहस्यों” को भलीभांति समझ चुके थे। यही कारण रहा कि उन्होंने सार्वजनिक मंचों से मोदी जी की कार्यशैली और राष्ट्रनिष्ठा की सराहना की।
🔸 कांग्रेस से मोहभंग की लहर
राजनीति में हाल के वर्षों में यह प्रवृत्ति स्पष्ट दिखाई दी है कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की विचारधारा से जुड़ने वाले नेताओं की संख्या बढ़ रही है।
ग्वालियर राजघराने के ज्योतिरादित्य सिंधिया इसका प्रमुख उदाहरण हैं, जिन्होंने कांग्रेस को त्यागकर बीजेपी में शामिल होकर राष्ट्रसेवा का अवसर पाया।
इसी क्रम में दक्षिण भारत के प्रख्यात नेता शशि थरूर भी पार्टी की नीतियों से असंतुष्ट दिखाई देते हैं।
पंडित ज्योतिर्माली का कहना है कि —
> “जब कोई सशक्त नेता कांग्रेस की नकारात्मक नीतियों से उकता कर राष्ट्रहित में भाजपा का समर्थन करने लगता है, तो इसे केवल ईश्वरीय प्रेरणा ही कहा जा सकता है।”
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इतिहास खुद को दोहराता है
पं. ज्योतिर्माली ने 1992 में सोवियत संघ में कम्युनिस्ट पार्टी के पतन का उदाहरण देते हुए कहा कि—
> “जिस प्रकार गोरबाचेव की नरमपंथी नीतियों ने विश्व की महाशक्ति को बौना बना दिया था, उसी प्रकार कांग्रेस भी अपने ही कर्मों से राजनीतिक पराभव की ओर अग्रसर है।”
उन्होंने भविष्यवाणी की है कि आने वाले समय में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को बीजेपी के नेतृत्व में कठोर राजनीतिक परीक्षा से गुजरना होगा।
देश की जनता अब राष्ट्रविरोधी और विभाजनकारी विचारधाराओं को अस्वीकार कर रही है।
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⚔️ कांग्रेस में अव्यवस्था और असंतोष
ज्योतिर्माली का कहना है कि कांग्रेस संगठन में घुसपैठ, अराजकता, हिंसा और भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हो चुकी हैं कि पार्टी अब अपने मूल आदर्शों से बहुत दूर जा चुकी है।
देश-विदेश में पार्टी की छवि धूमिल हो चुकी है, और यदि यही प्रवृत्ति रही तो “देशद्रोही संगठन” का तमगा भी जल्द लग सकता है।
उनका यह भी कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार देशद्रोही दलों—जैसे सपा, राजद, तृणमूल और कांग्रेस—को राजनीतिक गंगा में विसर्जित करने की शक्ति रखती है।
--“समय सदा एक समान नहीं रहता”
पं. ज्योतिर्माली का यह ज्योतिषीय कथन विचारणीय है—
> “समय शाश्वत है, पर स्थिर नहीं। परिवर्तन प्रकृति का नियम है। जो समय की गति को नहीं समझता, वही उसका शिकार बनता है।”
उन्होंने कहा कि सत्य अंततः प्रकट होता है, और जो धर्म, राष्ट्र और ईश्वर के मार्ग पर चलता है, वही कालजयी होता....
“प्रतीक्षा करना मनुष्य का धर्म है।” 🌹
— पं. मधुसूदन मिश्र ‘ज्योतिर्माली’