Sunday, 9 November 2025

भारत में कांग्रेस की स्थिति : मधुसूदन मिश्र, पंडित ज्योतिर्माली

 विश्व भर में कांग्रेस और उसकी सहयोगी मुस्लिम दलों की रूपरेखा बदलेंगी!


विश्वप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. मधुसूदन मिश्र ‘ज्योतिर्माली’ ने अपने ताज़ा ज्योतिषीय विश्लेषण में आने वाले समय में राजनीतिक समीकरणों में व्यापक बदलाव की भविष्यवाणी की है।

उनका कहना है कि—


> “कांग्रेस जैसी जितनी भी विचारधारात्मक रूप से समान दल हैं, वे सब धीरे-धीरे समुद्र की दिशा में मुड़ेंगी, अर्थात् उनका पतन निश्चित है।”



🔮 ज्योतिषीय दृष्टि से बदलाव की आहट


पं. ज्योतिर्माली का मानना है कि बीजेपी के आगमन से पहले देश की राजनीति पूरी तरह से परिवारवाद और स्वार्थ की जकड़ में थी।

उन्होंने कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भी राष्ट्र संघ संगठन की प्रशंसा करते हुए यह स्वीकार किया था कि—


> “यदि समय रहते नरेन्द्र मोदी जैसे नेता राजनीति में न आते, तो कांग्रेस का परिवारवाद भारत को नक़्शे से मिटा देता।”


प्रणव मुखर्जी, जो कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता रहे थे, सोनिया गांधी परिवार के कार्यशैली से क्षुब्ध थे। वे कांग्रेस के खानदान के “गुप्त रहस्यों” को भलीभांति समझ चुके थे। यही कारण रहा कि उन्होंने सार्वजनिक मंचों से मोदी जी की कार्यशैली और राष्ट्रनिष्ठा की सराहना की।


🔸 कांग्रेस से मोहभंग की लहर


राजनीति में हाल के वर्षों में यह प्रवृत्ति स्पष्ट दिखाई दी है कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की विचारधारा से जुड़ने वाले नेताओं की संख्या बढ़ रही है।

ग्वालियर राजघराने के ज्योतिरादित्य सिंधिया इसका प्रमुख उदाहरण हैं, जिन्होंने कांग्रेस को त्यागकर बीजेपी में शामिल होकर राष्ट्रसेवा का अवसर पाया।


इसी क्रम में दक्षिण भारत के प्रख्यात नेता शशि थरूर भी पार्टी की नीतियों से असंतुष्ट दिखाई देते हैं।

पंडित ज्योतिर्माली का कहना है कि —


> “जब कोई सशक्त नेता कांग्रेस की नकारात्मक नीतियों से उकता कर राष्ट्रहित में भाजपा का समर्थन करने लगता है, तो इसे केवल ईश्वरीय प्रेरणा ही कहा जा सकता है।”





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 इतिहास खुद को दोहराता है


पं. ज्योतिर्माली ने 1992 में सोवियत संघ में कम्युनिस्ट पार्टी के पतन का उदाहरण देते हुए कहा कि—


> “जिस प्रकार गोरबाचेव की नरमपंथी नीतियों ने विश्व की महाशक्ति को बौना बना दिया था, उसी प्रकार कांग्रेस भी अपने ही कर्मों से राजनीतिक पराभव की ओर अग्रसर है।”




उन्होंने भविष्यवाणी की है कि आने वाले समय में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को बीजेपी के नेतृत्व में कठोर राजनीतिक परीक्षा से गुजरना होगा।

देश की जनता अब राष्ट्रविरोधी और विभाजनकारी विचारधाराओं को अस्वीकार कर रही है।



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⚔️ कांग्रेस में अव्यवस्था और असंतोष


ज्योतिर्माली का कहना है कि कांग्रेस संगठन में घुसपैठ, अराजकता, हिंसा और भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हो चुकी हैं कि पार्टी अब अपने मूल आदर्शों से बहुत दूर जा चुकी है।

देश-विदेश में पार्टी की छवि धूमिल हो चुकी है, और यदि यही प्रवृत्ति रही तो “देशद्रोही संगठन” का तमगा भी जल्द लग सकता है।


उनका यह भी कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार देशद्रोही दलों—जैसे सपा, राजद, तृणमूल और कांग्रेस—को राजनीतिक गंगा में विसर्जित करने की शक्ति रखती है।



--“समय सदा एक समान नहीं रहता”


पं. ज्योतिर्माली का यह ज्योतिषीय कथन विचारणीय है—


> “समय शाश्वत है, पर स्थिर नहीं। परिवर्तन प्रकृति का नियम है। जो समय की गति को नहीं समझता, वही उसका शिकार बनता है।”




उन्होंने कहा कि सत्य अंततः प्रकट होता है, और जो धर्म, राष्ट्र और ईश्वर के मार्ग पर चलता है, वही कालजयी होता....


“प्रतीक्षा करना मनुष्य का धर्म है।” 🌹

— पं. मधुसूदन मिश्र ‘ज्योतिर्माली’

चीन बन गया भारत का शिष्य

 *👉 क्या भविष्य में चीन भी बनेगा भारत का शिष्य*?


🌷यह सवाल सुनकर शायद दुनिया चौंक जाए...

लेकिन संकेत तो कई वर्षों से दिखाई दे रहे हैं। ज्योतिषचार्य डॉ मधुसूदन मिश्र पंडित ज्योतिर्माली जो इंदिरागान्धी से लेकर अटल बिहारी बाजपेयी नरसिम्हा राव के बीच के तमाम प्रधानमंत्रीयों के विषय में अचरज भरी भविष्यवाणी करके प्रसिद्धि पायी है उनका कहना है समय बदलता है अपना संदेशआगे की पीढ़ी के लिए छोड़जाता है!


🌹जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का भव्य स्वागत किया था 


तब उन्होंने चीन को भारत की आस्था, संस्कृति,

और प्राचीन यात्री ह्वेनसांग के भारत आगमन का परिचय दिया था।


🌹उस मुलाक़ात के बाद

भारत की नीतियों ने चीन के आर्थिक ढांचे को गहराई तक प्रभावित किया।


👉भारत के स्टार्टअप क्रांति, आत्मनिर्भर नीति,

और रणनीतिक सोच से चीन भी अब प्रभावित हुआ है। और मोदी है तो मुमकिन है इस बात को  उसने स्वीकारभी कर लिया है

चीन का भारत के साथ पुराना अतरंग मित्रो में से एक देश रहा है 

🌹कांग्रेसी छद्म हिन्दू जवाहर लाल से लेकर पप्पू गाँधी तक के लोंगो ने चीन को बहकाया अपना उल्लू सीधा करने के लिए  इसीलिए पप्पू और उनकी मातेश्री चीन के साथ नकली दोश्ती का नाटक किया होगा जिससे जवाहरलाल ने भारत की जमीन चीन को यों ही गिफ्ट किया होगा 

चीन के  पर्यायटन विद्यार्थी  शिक्षा पाने के लिए भारत आते जाते थे! जिसका इतिहास गवाह है!! 



🌹आज चीन की सरकार भारत के नेतृत्व का सम्मान करती है,

और  दूसरी ओर दुनिया भारत की नीति को गौर से देख रही है।


👉लेकिन… सवाल यही है —

क्या भारत अपने ही अंदर एकजुट रह पाएगा?


क्योंकि अगर भारत ने अपने धर्म, संस्कृति,

और एकता को बरकरार रखा, देश में एकता बनी रहे, आपसी सामंजसय दृढ - रहे,, आपस में परोपकारी भावनाएं हो  --तो भारत को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता!


🌷दुर्भाग्य से,

बीते दशकों में भारत छद्मवेशी  हिन्दु नेताओं और उनकी  स्वार्थी राजनीति की गिरफ्त में रहा।

 देशभक्त और सच्चे भारतीयों ने बदलाव की बहुत  कोशिश की,

लेकिन उनके मार्ग में हमेशा परिवारवाद, जातिवाद,

और वोट बैंक राजनीति आड़े आई। 

🌹कांग्रेस दल गुप्त रूप से भारत में ईस्ट इंडिया कम्पनी की तरह छुप छुपा कर भारत की आर्थिक धार्मिक भावनाओं को कुचलती रही  हिन्दू विरोधी गतिविधियों को अंजाम देती रही मुस्लिम जाति की आबादी बढाती रही हिन्दुओं को जबरदस्ती पकड़ पकड़ कर नश्ल बंदी कराती रही फ्लस्वरूप हिन्दू की जनसंख्या कम हो गईं मुस्लिम की सैकड़ो गुना आबादी बढ़ गईं  यही किस्सा खत्म नहीं हुआ सरकारी फरमान में  हिन्दू मंदिरों व स्कूलों की आमदनी का बटवारा भी सरकारी आदेशानुसार  होता रहा फिर भी हिन्दू चुप चाप सहन शील बना रहा  सर्वत्र लूट खसोट हिन्दू बहिन बेटियों को जबरन धर्म प्रवर्तन कराते उनकी इज्जत लुटते रहे यें सब तमाशा  भारत में दिन रात  होता चला आ रहा है

राष्ट्र पति प्रणव मुखर्जी खुद एक सभ्य ब्राह्मण थे उनको सहन नहीं होता था ब्याकुल होते ज़ब सोनिया और उनके परिवार के कुकृत्य को देखते थे!  दूसरी तरफ

कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने --सपा बसपा बाम पंथी, आप,  राजग, 

लंबे समय तक सत्ता में रहकर अपनी मनमानी करके देश को बर्बाद करते थकते नहीं थे! 

कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, ऐंसीपी, राजद,आप,  सब मिलकर, इंडिया गठबंधन बन कर भारत को नोच नोच कर भारत की नींव को कमजोर करने का काम किया।

🌹यह वही सच्चाई है,

जिसे कभी भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी स्वीकार किया था —

उन्होंने कहा था:

"👉 भगवान का लाख-लाख शुक्र है कि भारत की मर्यादा की रक्षा के लिए!!

👉 बीजेपी का उदय हुआ,

जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी जैसे नेता आए —

वरना नेहरू-गांधी परिवार भारत को समाप्त करने की दिशा में था।"


👉 आज पूरा विश्व देख रहा है

कि कांग्रेस बनाम नकली गांधीवाद का असली चेहरा क्या है।

वर्षों से छिपे सच अब सामने आ रहे हैं —

भारत के अपने ही कुछ लोग

देश की संस्कृति और हिंदू समाज के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं।


🌹जो लोग कश्मीर से हिंदुओं को बेदखल करते रहे,

जो लोग अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करते रहे,

जो कहते थे — “हिंदू मेरे दुश्मन हैं, मुस्लिम मेरे भाई हैं”,

वो आज भी सत्ता के भूखे हैं।


🌹परंतु अब दौर बदल रहा है!

भारत जाग रहा है!

सच्चे राष्ट्रभक्त आगे आ रहे हैं।

कांग्रेस और उसके सहयोगी धीरे-धीरे टूट रहे हैं।

जो कभी सत्ता के गढ़ कहलाते थे,

वो अब खोखले हो चुके हैं।


🌹आज भारत विश्व गुरु बनने की राह पर है —

और जैसा कि ज्योतिषाचार्य पं. डॉ. मधुसूदन मिश्र ज्योतिर्माली कहते हैं —

"भारत न केवल विश्व गुरु बनेगा,

बल्कि बीजेपी जैसे राष्ट्रवादी दल

भारत के भीतर की अराजकता को मिटाकर

एक स्वच्छ, सशक्त और गौरवशाली भारत का निर्माण करेंगे!"


🌹भारत का सूर्योदय अब दूर नहीं —

शर्त बस इतनी है कि

हम सब एक हों, सजग हों, और अपनी संस्कृति पgर गर्व करें।