Wednesday, 12 November 2025

भारत का अगला शिष्य कौन: मधुसूदन मिश्र, ज्योतिर्माली

 👉👉*क्या #भविष्य में #चीन भी बनेगा #भारत का #शिष्य*?


🌷यह सवाल सुनकर शायद दुनिया चौंक जाए...

लेकिन संकेत तो कई वर्षों से दिखाई दे रहे हैं। #ज्योतिषचार्य #डॉ #मधुसूदन मिश्र पंडित #ज्योतिर्माली जो इंदिरागान्धी से लेकर अटल बिहारी बाजपेयी नरसिम्हा राव के बीच के तमाम प्रधानमंत्रीयों के विषय में अचरज भरी भविष्यवाणी करके प्रसिद्धि पायी है उनका कहना है समय बदलता है अपना संदेशआगे की पीढ़ी के लिए छोड़जाता है!


🌹जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में

#चीनी #राष्ट्रपति #शी #जिनपिंग का भव्य स्वागत किया था 


तब उन्होंने चीन को भारत की आस्था, संस्कृति,

और प्राचीन यात्री ह्वेनसांग के भारत आगमन का परिचय दिया था।


उस मुलाक़ात के बाद

भारत की नीतियों ने चीन के आर्थिक ढांचे को गहराई तक प्रभावित किया।


भारत के स्टार्टअप क्रांति, आत्मनिर्भर नीति,

और रणनीतिक सोच से चीन भी अब प्रभावित हुआ है। और मोदी है तो मुमकिन है इस बात को  उसने स्वीकारभी कर लिया है

चीन का भारत के साथ पुराना अतरंग मित्रो में से एक देश रहा है 

कांग्रेसी छद्म हिन्दू जवाहर लाल से लेकर पप्पू गाँधी तक के लोंगो ने चीन को बहकाया अपना उल्लू सीधा करने के लिए  इसीलिए पप्पू और उनकी मातेश्री चीन के साथ नकली दोश्ती का नाटक किया होगा जिससे जवाहरलाल ने भारत की जमीन चीन को यों ही गिफ्ट किया होगा 

चीन के  पर्यायटन विद्यार्थी  शिक्षा पाने के लिए भारत आते जाते थे! जिसका इतिहास गवाह है!! 


आज चीन की सरकार भारत के नेतृत्व का सम्मान करती है,

और  दूसरी ओर दुनिया भारत की नीति को गौर से देख रही है।

भारत की कुण्डली मे ग्रहो के संकेत  दे रहे है कि भविष्य मे राजनैतिक आर्थिक और धार्मिक परिवर्तन होगा इसलिए मोदीजी की सरकार को भारत मे आगामी 2029 तक बना रहना जरुरी है

मोदीजी या योगी हों बस भारत का विकास रुकना नहीं चाहिए!! 

लेकिन… सवाल यही है —

क्या भारत अपने ही अंदर एकजुट रह पाएगा?


क्योंकि अगर भारत ने अपने धर्म, संस्कृति, और राजनैतिक नीतियों का पालन ठीक से करता रहेगा,

और एकता को बरकरार रखा, देश में एकता बनी रहे, आपसी सामंजसय दृढ - रहे,, आपस में परोपकारी भावनाएं हो  --तो भारत को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता!


दुर्भाग्य से,

बीते दशकों में भारत छद्मवेशी  हिन्दु नेताओं जैसे कांग्रेस सपा तृणमूल कांग्रेस आदि ने l स्वार्थी राजनीति की गिरफ्त में रहा। जिसमे देशभक्त और सच्चे भारतीयों ने बदलाव की बहुत  कोशिश की,

लेकिन उनके मार्ग में हमेशा परिवारवाद, जातिवाद,और धर्म की गंदी नीतियाँ --

और वोट बैंक राजनीति आड़े आई। 

#कांग्रेस दल #गुप्त रूप से #भारत में #ईस्ट #इंडिया #कम्पनी की तरह छुप छुपा कर भारत की #आर्थिक #धार्मिक भावनाओं को कुचलती रही  हिन्दू विरोधी गतिविधियों को अंजाम देती रही मुस्लिम जाति की आबादी बढाती रही #हिन्दुओं को #जबरदस्ती पकड़ पकड़ कर #नश्ल बंदी कराती रही फ्लस्वरूप #हिन्दू की जनसंख्या कम हो गईं #मुस्लिम की सैकड़ो गुना #आबादी बढ़ गईं  यही किस्सा खत्म नहीं हुआ सरकारी फरमान में  #हिन्दू #मंदिरों व #स्कूलों की #आमदनी का बटवारा भी सरकारी आदेशानुसार  होता रहा फिर भी हिन्दू चुप चाप #सहनशील बना रहा  सर्वत्र लूट खसोट हिन्दू बहिन बेटियों को जबरन धर्म प्रवर्तन कराते उनकी इज्जत लुटते रहे यें सब तमाशा  भारत में दिन रात  होता चला आ रहा है !

 राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी खुद एक सभ्य ब्राह्मण थे उनको सहन नहीं होता था ब्याकुल होते ज़ब सोनिया और उनके परिवार के कुकृत्य को देखते थे!  दूसरी तरफ कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने --सपा बसपा बाम पंथी, आप,  राजग, 

लंबे समय तक सत्ता में रहकर अपनी मनमानी करके देश को बर्बाद करते थकते नहीं थे! 

कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, ऐंसीपी, राजद,आप,  सब मिलकर, इंडिया गठबंधन बन कर भारत को नोच नोच कर भारत की नींव को कमजोर करने का काम किया।

यह वही सच्चाई है,

जिसे कभी भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी स्वीकार किया था —

उन्होंने कहा था:

"भगवान का लाख-लाख शुक्र है कि भारत की मर्यादा की रक्षा के लिए

बीजेपी का उदय हुआ,

जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी जैसे नेता आए —

वरना नेहरू-गांधी परिवार भारत को समाप्त करने की दिशा में था।"


आज पूरा विश्व देख रहा है

कि #कांग्रेस बनाम #नकली #गांधीवाद का असली चेहरा क्या है।

वर्षों से छिपे सच अब सामने आ रहे हैं —

भारत के अपने ही कुछ लोग

देश की संस्कृति और हिंदू समाज के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं।


जो लोग कश्मीर से हिंदुओं को बेदखल करते रहे,

जो लोग अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करते रहे,

जो कहते थे — “हिंदू मेरे दुश्मन हैं, मुस्लिम मेरे भाई हैं”,

वो आज भी सत्ता के भूखे हैं।


परंतु अब दौर बदल रहा है!

भारत जाग रहा है!

सच्चे राष्ट्रभक्त आगे आ रहे हैं।

कांग्रेस और उसके सहयोगी धीरे-धीरे टूट रहे हैं।

जो कभी सत्ता के गढ़ कहलाते थे,

वो अब खोखले हो चुके हैं।


आज भारत विश्व गुरु बनने की राह पर है —

और जैसा कि ज्योतिषाचार्य पं. डॉ. मधुसूदन मिश्र ज्योतिर्माली कहते हैं —

"भारत न केवल विश्व गुरु बनेगा,

बल्कि बीजेपी जैसे राष्ट्रवादी दल

भारत के भीतर की अराजकता को मिटाकर

एक स्वच्छ, सशक्त और गौरवशाली भारत का निर्माण करेंगे!"


भारत का #सूर्योदय अब दूर नहीं —

शर्त बस इतनी है कि

हम सब एक हों, सजग हों, और अपनी संस्कृति पर गर्व करें।

 विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषचार्य मधुसूदन जी पंडित ज्योतिर्माली!!

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