ऐक्टर ममता पर विवाद क्यों !
जब बाबा बागेश्वर धाम सरकार - कहते हैं कि मेरे अंगना में तेरा क्या काम है ? हिन्दू धार्मिक स्थलों में मुस्लिम बनी ममता क्यों प्रवेश करना चाहती है क्या इसके पिछेकोई दूसरीगहरी सोची समझी साजिश तो नहीं है? -पंडितज्योतिर्माली जी से कई सवाल किए जा रहे हैं l- यह कैसी बिडम्बना है कि बिना किसी प्रकार की छानबीन के एक प्रसिद्ध नृत्यांगना को सम्भवतः अथाह धन राशि के बल पर महामण्डलेश्वर घोषित कर दिया गया.पूरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद जी का कथन सत्य लगता है कि धार्मिक क्षेत्रों मे हारा हरा कोई भी व्यक्ति प्रवेश कर सकता है. लेकिन नर्सरी कक्षा की पुस्तक बिना पढ़े किसी को डाक्टरेट की पदवी दे देना अनुचित ही कहा जाएगा. ममता हिन्दू से विवाह करके बाद में मुस्लिम धर्म को स्वीकार कर चुकी थी. जो अंडर वर्ल्ड के नाम से विख्यातआतंकी हो या कोई और..फिर विदेश से भाग कर भारत के महाकुम्भ मेले में सन्यासियों के झुंड में सम्मिलित होकर अचानक महामण्डलेश्वर की उपाधि की प्राप्त कर लेती हैं. ऐसे में संत समुदाय,धर्माचार्य लोग विभिन्न तरह-तरह के सवाल उठाना जाहिर है. उन सवालों का उत्तर किन्नर समुदाय की श्रेष्ठ महामण्डलेश्वर को देना चाहिए lअन्यथा डॉन जैसे अपवित्र अन्य गिरोहों का प्रवेश सरल हो जाएगा फिर तो धार्मिक स्थलों में गंदगी का अड्डा बनते देर न लगेगी !
पवित्र कुम्भ मेला को ऐसे आतंकी लोंगो के प्रवेश से भविष्य में बदनामी की प्रतिक्रिया बढ़ेगी l बीजेपी की भारत सरकार धार्मिक उत्सवों और सनातन हिंदू परम्पराओं के लिए अधिक जागरूक हो चुकी है.ऐसे में सभी हिन्दू सनातनियों का
कर्तव्य बनता है कि हम अपने धार्मिक आयोजनों की पवित्रता की रक्षा करने में धर्म गुरूओं केसाथ सहयोग करते रहें. तभी हमारा राष्ट्र विश्वगुरु का नाम सार्थक होगा l
- ज्योतिर्माली कोलकाता www.jyotirmalee.com
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